Consistency: मानव जीवन का एक अहम पहलू

​consistency! अगर ये नहीं होगी हमारे जीवन में, तो फिर हम कुछ हासिल तो कर लेंगे, लेकिन उसका लुफ़्त लगातार नहीं उठा पाएंगे. आज मुझे इस विषय पर कुछ लिखना इसलिए जरूरी लगा कि, जब भी हम आस पास की चीजों को, लोगों को, अपने करीबी को, देखते है..

तो बहुत कम लोग ऐसे होते है, जो कुछ वो कर रहे होते है उसमे अपनी निरंतरता या consistency को बरकरार रखते हुए दिखाई देते है. consistency के बारे में कुछ नया बताया जाए या फिर आपको अर्थ समझाया जाए, यह इस लेख का उद्देश्य नहीं है.

कार्य में निरंतरता (consistency) समय की मांग थी और हैं, ऐसा कहेंगे तो कुछ ग़लत नहीं होगा. किसी भी कार्य में निरंतरता हो तो उसे आसमान की ऊंचाइयों को छूने से, कोई नहीं रोक सकता. सही दिशा के साथ साथ consistency भी जरूरी है.

– Vrushali Suvarna Dyandev

मुझे यह बात इतनी अच्छा नहीं लगती कि किसी भी चीज को हमेशा बताकर समझाया जाए. अगर आप यह लेख पढ़ रहे हो इसका मतलब आपमें ही कुछ जानने की कुछ समझने कि इच्छा प्रकट हुई हैं. और बस यही एक अच्छा संकेत है कि, आप खुद सीखना, समझना चाहो.

कुछ जानने की भूख कहा और कैसे मिटाये?

आप चाहे कितने भी प्रेरणादाई youtube videos या किसी भी सहज प्राप्त होने वाले माध्यम को चुने, वह बस आपके जानने की भूख को वहीं पूरा कर देगा. लेकिन उसके बाद क्या..??

किसी भी चीज को लगातार (​consistency से) करने के लिए आपको उसकी भूख होना काफी महत्वपूर्ण है.

अगर कोई बाहरी चीज आपकी भूख को जल्दी से मिटा देती है, तो मेरा यह मानना है कि आप ऐसे चीजों पर बहुत ज्यादा निर्भर ना रहें. हमारा मन, हमारे विचार, हमारा दिमाग और हमारी सही समझ, यह चीजें सबके पास होती है, इन सबकी एक भूख होती है.

जब भूख लगती है तो हम आसान तरीका ढूंढने लगते है, जैसे कि कोई वीडियो. लेकिन consistency को कायम रखने के लिए, हर एक इंसान के पास सही समझ की समझ होती है, बस उसे अगर वह अनदेखा ना करें.

आमतौर पर हो सकता है कि आपको यह बात पसंद ना आए या फिर आपका खुदका एक मत हो सकता है. जो कि सबसे अच्छी बात है.

किसी भी प्रेरणा देने वाली बात को पढ़कर या सुनकर, जो प्रेरणा मिलती है, वह शायद कुछ समय के लिए हो सकती है. इसलिए अपने आप में ही, खुद की प्रेरणा बने जिससे बाहरी बातों से प्रेरणा लेने की जरूरत ना हो.”

– Vrushali Suvarna Dyandev

आसानी से प्राप्त होने वाली बात आसानी से खो भी सकती है..

आप कहोगे की हमारे पास इस इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी युग में आसानी से सबकुछ मिल जाता है तो क्यों हम खुदको तकलीफ दें? हालाकि एक IT professional होने के नाते मेरा असली काम है कि चीजों को आसान कर देना, लेकिन यहां बात आपके कामको आसान करने की नहीं हो रही हैं.

यहां आपके विचार, आपकी समझ की बात हो रही है. इसीलिए जब भी किसी चीज को समझना चाहो तो, आसान तरीका अपनाने से परहेज़ करें. ऐसा करने से आपकी भूख बरकरार रहेगी और उसी के साथ consistency भी.

किताबें एक अच्छा माध्यम होता है, लेकिन सिर्फ उसिपर हम निर्भर नहीं रह सकते. अगर आप अच्छी तरह से अपने अंदर अगर झांकोगे तो आपको एक गुरु नजर आयेगा, एक शिष्य नजर आएगा, एक किताब, एक youtube video नज़र आएगा.
बस जरूरत है, उस बात को consistency के साथ देखने एवं समझने की.

Consistency के लिए क्या किया जाए??

यह हेडिंग देखते ही आपको अच्छा महसूस हुआ होगा, लेकिन सुनो, मै आपको यह बात नहीं बताऊंगा कि consistency को कैसे बढ़ाया जाए. यह तो आप अपने आप को समझकर तय करें. हमेशा सवालों के जवाब को बाहर ही ना ढूंढे, अपने अंदर एक खजाना छुपा है, उसे देखे.

किसी भी काम को करने में रुचि हो तो उसके बारे में अधिक जानकारी लेने की इच्छा जागृत होती है. उसी रुचि को हमेशा कायम रखें.

शुरू किया हुआ कोई भी काम बीच में ही छोड़ देने से कोई लाभ नहीं होता. उसी काम को कंसिस्टेंसी के साथ निभाया जाए तो उसका लाभ अवश्य मिलता है.

मुझे आशा हैं आप इस लेख को पढ़कर निरंतर प्रेरित हो जाएंगे, पर इसे कुछ समय के लिए ना रखे. कोशिश करे कि इसकी सीख आप के जीवन को आसान बनाने में काम आए. धन्यवाद!

Consistency: मानव जीवन का एक अहम पहलू” पर लिखा हुआ विशेष लेख पढ़कर अगर आपके मन में भी अपने ही मनसे कंसिस्टेंसी बरकरार रखने का पक्का निर्धार हुआ है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए हमें जरूर बताइएगा!

– Sagar Wazarkar
Ssoft Group INDIA


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