लॉकडाउन के दौरान… काम को आसान कैसे बनाये?

एक आसान काम क्या होता है?

किसी भी व्यक्ति की एक दिनचर्या होती है, एवं जीवन की अपनी खुदकी शैल के अनुसार वह सभी काम करता है.काम का मतलब यह है कि, व्यक्ति के सामने आनेवाली संदिग्धता वाली भूमिका जिसके माध्यम से व्यक्ति को पता चलता है कि, क्या करें और क्या न करें.

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काम करना व्यक्ति के लिए बेहद जरूरी होता है. जिस व्यक्ति को काम न हो तो उसे कोई भी अपनाता नहीं एवं उसे कोई भी इंसान ज्यादा महत्व नहीं देता. इसलिए हर किसीको काम करना आवश्यक होता है.
अभी कोरोणा के चलते भारत के माननीय प्रधानमंत्री ने सभी देश वासियों को घर में रहने की सलाह दी है. देश का एक नागरिक कि भूमिका के चलते अपना काम है कि हम अपने घर में ही रहे. लेकिन सवाल यह है कि घर में रहेगा कौन? इसलिए लोगों की ऐसी भूमिका देश के लिए एक बड़ी समस्या निर्माण हो सकती है.

आप घर में हो आप ऑनलाइन कोई आसान काम कर रहे हो तो ऐसी स्थिती में ध्यान रहे कि सोशल मीडिया पर कुछ ग़लत बातें शेयर ना करें. ताकि किसी भी परेशानी का आपको सामना ना करना पड़े.

समझदारी की भूमिका लें और सहायता करें, हम सबका काम आसान करे

पुलिस, प्रशासन के अधिकारी, डॉक्टर, विविध कर्मचारी अपनी भूमिका कोरोना वायरस के चलते निभा रहे है. और दूसरों तक सुविधाएं मुहैय्या करा रहे है, उनको आप सहायता करें. अपने घर में रहकर भी आप उनको सहायता कर सकते हो. उन्हें सहायता करें उनकी परेशानी ना बढ़ाए. उनकी परेशानी को कम करें. जरूरी कामों के लिए ही बाहर जाए.

बच्चों को घर में रहने की सलाह दें, ऐसी स्थिति में घर में रहकर भी आप बहोत सारे काम कर सकते हो. जरूरत है सिर्फ आपके इच्छा की आपके मानसिकता की. बैंक कर्मचारियों ने यह फैसला किया कि अब बैंक का काम सुबह १०:०० से दोपहर २:०० बजे तक ही रहेगा, उन्हें सहायता करें. सिर्फ पांच ही लोग बैंक में प्रवेश करें. भीड़ ना करें. बेहतर है कि सभी व्यवहार ऑनलाइन करें. ताकि कोरोनावायरस को प्रतिबंध लगाया जा सके.

मीडिया, न्यूज पेपर , सोशल मीडिया नेटवर्किंग का सही इस्तेमाल करें

ध्यान दे की न्यूज पेपर, सोशल मीडिया क्या बता रहे है, क्या आप उन चीज़ों को स्वीकारते है. उसे अपनाते है? दुनिया में क्या चल रहा है लोग किन चीजों पर ध्यान दे रहें है? यह जानना एवं समझना हमारा कर्तव्य नहीं है? क्या इस कोरोनावायरस से होनेवाली परेशानी महत्वपूर्ण नहीं है? हमेशा या जरूरी समय पर मीडिया पर बने रहें. निर्भय रहने की कोशिश करें. अपने परिवारजनों कि सुरक्षा करें. एवं देश की सुरक्षा करें. आपका एक कदम देश के लिए महत्वपूर्ण हैं, हम सबका काम आसान करे.

जिन लोगों पर आपको शक है कि उन्हें यह बीमारी हो चुकी है, ऎसे व्यक्ति को आप अस्पताल जाने की सलाह दे. उनसे दूरी बनाए रखे ताकी आप उस बीमारी का शिकार ना ना हो. किसिभी समाचार को हलके में ना ले. बेहतर है कि आप DD news channel एवं DD Sahyadri, या कोई भी प्रादेशिक समाचार को सुने या देखें. बीमारी कि कोई भी अफवाह को नजरअंदाज करें. भीड़ ना करें एवं भीड़ का हिस्सा ना बनें. इंसान के लिए ही कोरोनावायरस एक बीमारी हैं. उसके विरुद्ध हमें ही ठोस कदम उठाना होगा. ताकि उसका फैलाव ना हो.

मोबाइल का सही इस्तमाल करें

आपके मोबाइल पर रोज कोरोनावायरस के अनगिनत संदेश आपको प्राप्त होते होंगे. जिस संदेश की आवश्यकता हो उन्हीं संदेश को आगे भेजें. कोई भी अफवाह को आप पर हावी ना होने दें. आप आपके लिए एवं आपके परिवार के लिए बेहद किमती हैं. इसका ध्यान हमेशा रखें. मोबाइल का सही और जरूरी समय पर उपयोग करें. महत्वपूर्ण बातें ही दोस्तों एवं परिवारजनों को साझा करें. ताकि कोई परेशानी ना हो. जांच लें कि आपको जो संदेश मोबाइल पर प्राप्त हो रहें है क्या वह सत्य है?कोई भी अगर अफवाह हो तो उसे नजरअंदाज करें. या फिर ऐसे संदेश को समय पर प्रतिबंध लगाए.

आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलें

कोरोनावायरस के चलतें बाहर निकलना आसान नहीं है. फिर भी आपका एक परिवार है और अपने परिवार का आप एक कीमती हिस्सा. इसलिए जरूरी चीजों को लेने के लिए ही घर से बाहर निकलें। वह भी आपकी सुरक्षा के साथ ही अपने घर से बाहर निकलें. सब्जियां,फल, दूध,पानी,आटा,राशन,मेडिसीन, चेकअप करने जैसे कामों के लिए ही बाहर निकलें. करीबी लोगों से कुछ दिन दूर रहें।मोबाइल, लैपटॉप,टेलीफोन के माध्यम से उनके साथ वार्तालाप करें. जरूरी सेवाएं अभी भी शुरू है उन्हें बेहतर तरीके से समझें. और उसका उपयोग करें. अपनी जिम्मदारियों को समझें? नियम लोगों के लिए ही बनाए है उसका उसका उल्लंघन ना करें.

गैर जिम्मेदाराना हरकत सही है?

सिर्फ आपके खुशी के लिए, या बाहर क्या शुरू है यह देखने के लिए. अगर आप बाहर जाने का फैसला लेते हो. तो ऐसी स्थिति में आप गलत साबित हो सकते है. इसको या ऐसी बातों को गंभीरता से लें. ऐसी बातों को नजरंदाज ना करें. आपकी गैर जिम्मेदाराना हरकत आपके लिए एवं आपके परिवारजनों के लिए महंगी साबित हो सकती है.

“सब गुनहगार हैं कुदरत के कत्ल में,
यूंही ये हवाएं, जहरीली नहीं हुई..

ना दोस्तों कि ना दुश्मन की रहगुजर में रहें,
ये वो वक्त है कि हर शख्स अपने ही घर में रहें.

काम करना बेहद जरूरी होता है,काम बहुत सारे है. जरूरत यह है कि आप क्या करना पसंद करते हो. किताबें पढ़े, खाना पकायें. न्यूज पेपर पढ़ें, बच्चों को सही समय दें. उनका हाल पूछें. उन्हें बेहतर मार्गदर्शन करें.
ताकि कल किसी और समस्या के लिए आपको परेशानी ना हों.

ध्यान रहें की आप अपने परिवार का,अपने दोस्तों एवं करीबी लोगों का एवं अपने देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. उसे सही तरीक़ से संभालें. काम के प्रति इच्छा,विश्वास,प्यार, रखें ताकि आपका काम जल्दी ही और बेहतर भी हों.
काम को हमेशा सही वक्त पर और सही समय पर करने कि कोशिश करें. ताकि बाकी लोग भी आपसे कुछ बातें सीखें.

लापरवाही ना बरतें. आपकी एक लापरवाही आपको एवं आपके परिवार को संकट में का सकती हैं, सबका काम आसान करे.

में इस लेख के जरिए आपको सूचित करता हूं कि आपका काम ही आपका ईश्वर है. उसे पुजें. ताकि आपका ईश्वर आप पर हमेशा कृपा करता रहें. और आपका काम दिन प्रतदिन कौशलता पूर्वक हों. आपका आत्मविश्वास बना रहें. इसलिए काम तो करें ही लेकिन काम को अपना ईश्वर बना लें. काम के प्रति सहानभूति प्रकट करें. गलतियां कम करें. ताकि काम करते समय आपको आनंद भी मिलें.

© योगेश बेलोकार
एस सॉफ्ट ग्रुप इंडिया