By Malvika Kashyap
April 10, 2022
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कई लोग दूसरे की किसी भी बात में 'हाँ में हाँ' मिला देते हैं. आगे चलकर इन लोगों को इसी बात की आदत और उसके बाद यही जरूरत बन जाती है.
हां कहने से हम किसी की बात में सहमति दर्शाते हैं. लेकिन कई बार सामने वाले से कोई काम निकालना हो, तब भी उसके हां में हां मिलाई जाती है.
लेकिन कई बातों को अगर आप ना कहेंगे तो आप बहुत बार किसी मुसीबत से निकल सकते हैं. आइए आज हम जीवन की उन्हीं बातों को जानेंगे, जिन्हें आप को 'ना' कहना चाहिए.
कई बार हम यह सोचते रहते हैं कि किसी ने ऐसा क्यों कहा? मुझसे ही क्यों कहा? ऐसे विचारों से ब्लड प्रेशर बढ़ता है. बाकी कुछ नहीं होता. इसलिए इस सोच को ना कहें.
अपने खानपान एवं भोजन पर मन के बजाय दिमाग से नियंत्रण रखें. केवल स्वाद के लिए किसी भोजन के पीछे दौड़ने वाले मन को 'ना' कहे.
कई बार हमें खुद के लिए भी थोड़ा समय निकाल लेना चाहिए. इसलिए अगर रुचि ना हो, तो दूसरों की बातों में शामिल होने से बचते हुए उन्हें ना कहना ठीक होता है.
हमें अपने सपने पूरे करने होते हैं; मगर हमारे मन में असफलता का डर होता है. यह डर हमें आगे जाने नहीं देता. इसलिए इस डर को हमें ना कहना चाहिए.
अपने काम को पूरा करते हुए हमें कई बार तनाव पूर्ण विचारों से गुजरना पड़ता है. ऐसे में नतीजे अच्छे आने के बजाय हमसे गलती हो सकती है. इसलिए तनाव को हमेशा ना कहें.
हमें अपने काम को पूरा करने के लिए हमेशा खुद को प्रेरित करना चाहिए. इसलिए व्यर्थ बातों का विचार छोड़ते हुए किसी भी नकारात्मक चीज को ना कहना चाहिए.
कई बार हम जिस जगह काम करते हैं, वहां पर राजनीति या चुगल खोरी जैसी बातें चलती रहती है. इन सभी से दूर रहते हुए आपको ना कहना चाहिए.
कई बार किसी चुनौतीपूर्ण और मुश्किल कार्य को करने के लिए, सिर्फ दूसरों को ऊंचा दिखाने के लिए हम हां कह देते हैं. इससे हम थकान और तनाव के शिकार हो सकते हैं.
बताए गए तरीकों पर सोच विचार करते हुए आपको अपने शारीरिक एवं मानसिक सेहत का भी ख्याल जरूर रखना चाहिए. इससे आप जीवन में बहुत कुछ सीख पाएंगे.
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