By Malvika Kashyap
April 3, 2022
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हम जानते हैं कि प्लूटो हमारे सौरमंडल में सबसे आखिर में मौजूद बौना ग्रह (Dwarf Planet) है. लेकिन हाल ही में किए रिसर्च से वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि प्लूटो पर जीवन हो सकता है.
अंतरिक्ष में हमेशा कुछ ना कुछ ढूंढने वाले वैज्ञानिकों को प्लूटो पर बर्फीले ज्वालामुखी मिले हैं. इस बात से उन्हें लगता है कि प्लूटो पर भी जीवन हो सकता है.
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में प्लूटो की कुछ तस्वीरें भी जारी की है. इन तस्वीरों में बर्फीले ज्वालामुखी अर्थात आईस वोल्केनो दिखाई दे रहे हैं.
इन तस्वीरों को नासा के होराइजन मिशन के तहत 2015 में ही लिया गया था. इन पर लगभग 7 वर्षों तक रिसर्च हुआ है.
अध्ययन के बाद अब नासा के वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंच गए हैं कि तस्वीरों में प्लूटो पर बर्फीले ज्वालामुखी या Ice Volcanoes ही दिख रहे हैं.
उनका मानना है कि बाकी ग्रहों पर इस तरह के बर्फीले ज्वालामुखी नहीं मिले हैं. साथ ही प्लूटो पर मिले ज्वालामुखी पृथ्वी की तरह गैस या पिघला हुआ लावा नहीं उगलते.
इन ज्वालामुखी में अमोनिया एवं पानी हो सकता है, जिसे वैज्ञानिक फ्रोजन लिक्विड कहते हैं. प्लूटो पर ऐसे लगभग 10 बर्फीले ज्वालामुखी पाए गए हैं.
वैज्ञानिकों के अनुसार इन बर्फीले ज्वालामुखी की ऊंचाई 1 किलोमीटर से लगभग 7 किलोमीटर तक हो सकती है. इस पर वैज्ञानिक और अध्ययन कर रहे हैं.
फ्रोजन लिक्विड से बने हुए इन ज्वालामुखी की वजह से वैज्ञानिकों के सामने यह सवाल है कि क्या प्लूटो पर भी कभी महासागर हुआ करता था?
हो सकता है कि प्लूटो की सतह के नीचे महासागर मौजूद हो, जिसके कारण वहां ये बर्फीले ज्वालामुखी बने हैं. अगर ऐसा है तो वहां जीवन की संभावना हो सकती है.
सूर्य से प्लूटो लगभग 587 करोड़ 40 लाख किलोमीटर दूर है. प्लूटो को सूरज का एक चक्कर पूरा करने में लगभग 248 वर्ष लगते हैं.
पृथ्वी के समान ही लगभग 450 करोड़ साल पहले प्लूटो भी अस्तित्व में आया था. इसे पहले हमारे सौरमंडल में 9वें ग्रह का स्थान था. लेकिन 2005 में इसके ग्रह होने के दर्जे को निकाल दिया गया.
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