By Malvika Kashyap
April 12, 2022
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चैत्र मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को भगवान हनुमान जी का जन्म हुआ था. इस बार हनुमान जयंती 16 अप्रैल 2022 के दिन मनाई जाएगी.
पंचमुखी हनुमान कबर का जाप नियमित करना चाहिए. यह बड़ा ही महाशक्तिशाली कवच मंत्र है. इसके पाठ से भक्तों के चारों ओर सुरक्षा कवच बनता है.
हनुमान जी के 12 नामों का रोजाना जाप करना चाहिए. ॐ हनुमान, ॐ अंजनीसुत, ॐ वायुपुत्र, ॐ महाबल, ॐ रामेश्वर, ॐ फाल्गुन सखा यह कुछ नाम है.
साथ ही ॐ पिंगाक्ष, ॐ अमित विक्रम, ॐ उदधिक्रमण, ॐ सीता शोक विनाशन, ॐ लक्ष्मण प्राणदाता, ॐ दशग्रिव दर्पहा इन नामों का भी जरूर जाप करें.
वाल्मीकि लिखित रामायण के अनुसार भगवान हनुमान जी की पिता केसरी थे. साथ ही उनके पिता वायु देव ही माने जाते हैं.
हिंदू धर्म में हनुमान जी को शिव जी के अवतार के रूप में सबसे बलवान और बुद्धिमान माना जाता है. साथ ही रामायण के वह सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक हैं.
हनुमान जी साक्षात एकादश रूद्र के अवतार माने जाते हैं. अर्थात वे भगवान शंकर के वे 11वे रुद्र अवतार माने जाते हैं.
हनुमान जी के गदा के नाम का उल्लेख तू कहीं नहीं मिलता. लेकिन माना जाता है कि श्रीलंका में 1000 किलो से अधिक वजन की हनुमान जी की गदा पाई गई है.
कई लोग मानते हैं कि एक ग्राम देवी उनके गले में बैठ गई थी जिससे उनका गला सूखने लगा. जब हनुमान ने पानी पिया तो उनके शरीर में विष फैल गया और उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए.
लेकिन कई लोगों द्वारा इसे मान्यता है कि श्री राम जी के द्वारा उन्हें अमर होने का वरदान प्राप्त है. इसीलिए हनुमान जी की मृत्यु कभी नहीं हुई है.
लेकिन इंद्रदेव ने बजरंगबली की लीला समझने के बाद उन्हें कई सारी शक्तियां प्रदान की गई थी. तभी से उन्हें हनुमान के नाम से जाना जाने लगा.
माना जाता है कि जब वे अपने पूंछ की आग बुझाने के लिए समंदर में कूदे थे, तब उनके पसीने को निगलने के कारण एक मकर के द्वारा उनके पुत्र मकरध्वज का जन्म हुआ.
सभी बातें सामान्य जानकारी के अनुसार बताई हैं. आइए हनुमान जयंती के इस पर्व पर हम भी श्रीराम भक्त हनुमान जी के गुणगान गाएं! जय श्री राम! जय हनुमान!
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