By Ashish Kale
April 16, 2022
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जिस मच्छर के काटने से डेंगू बीमारी होती है, उसे Aedes Aegypti मच्छर कहते हैं. यह काले एवं सफेद रंग के धारियों वाली मादा मच्छर होती है.
डेंगू का बुखार डेंगू मच्छर के काटने पर, उसमें मौजूद डेंगू वायरस के कारण आता है. इस वायरस के शरीर में फैलने से हमें डेंगू का बुखार आ सकता है.
डेंगू मच्छर अक्सर सूर्योदय से 2 घंटे पहले और सूर्यास्त के कुछ देर बाद तक ज्यादा काटते हैं. कई बार यह हमारे एल्बो, एंकल आदि पर ही ज्यादा काटता है.
आमतौर पर डेंगू का मच्छर काटने पर तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टी, जोड़ों का दर्द आदि लक्षण दिखाई देते हैं. यह लक्षण सामान्यतः 3 से 5 दिनों में दिखाई दे सकते हैं.
डेंगू मच्छर रात के समय में भी एक्टिव होते हैं. जहां अच्छी लाइट होती है, वहां ये मच्छर ज्यादा होते हैं. ये मच्छर पार्क, मॉल, ऑफिस में बहुत ज्यादा हो सकते हैं.
दूसरे मच्छरों की तुलना में ये मच्छर थोड़े छोटे होते हैं. ये अक्सर गर्मियों में ही पैदा होते हैं. ये ज्यादा ऊपर तक नहीं उड़ पाते. इसी वजह से घुटनों के नीचे तक ही काट सकते हैं.
इसके काटने पर सिर दर्द एवं तेज बुखार होता है. साथ ही व्यक्ति जल्दी थक जाता है. उसके प्लेटलेट्स तेजी से घटने लगते हैं. समय पर इलाज ना मिले, तो मृत्यु भी हो सकती है.
इस मच्छर से बचने के लिए हमें पावों को पूरी तरह ढक लेना चाहिए. साथ ही पुरानी पानी की टंकियां, बोतले आदि खाली करनी चाहिए. ताकि इसमें मच्छर अंडे ना दे पाए.
डेंगू का मच्छर ज्यादातर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में ही पाया जाता है. WHO के अनुसार हर वर्ष लगभग 5 लाख लोगों को डेंगू के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है.
बताई गई जानकारी के अनुसार हमें भी डेंगू के मच्छरों से बचाव करने के सभी तरीके अपनाने चाहिए. ताकि किसी भी तरह से कोई डेंगू मच्छर हमें काट ना सके.
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