By Malvika Kashyap
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क्रांति का दूसरा नाम भगत सिंह है. 28 सितम्बर 1907 को लायलपुर ज़िले के बंगा गांव में (जो अब पाकिस्तान का भाग है) उनका जन्म हुआ था.
छोटा भगत जब अपने पिता के साथ खेतों में जाता, तो उनसे पूछता, ‘हम जमीन में बंदूक क्यों नहीं उगा सकते?’ -------------
जलियांवाला बाग हत्याकांड में वे केवल तीन साल के थे. इस घटना ने भगत सिंह को स्थायी रूप से क्रांतिकारी बना दिया. ---------------
भगत सिंह ने अपने कॉलेज के वर्षों के दौरान ‘राष्ट्रीय युवा संघ’ की स्थापना की. Bhagat Singh Biography in Hindi
वे शादी नहीं करना चाहते थे. जब उनके माता-पिता उनकी शादी की बात सोच रहे थे, तो वे घर छोड़कर कानपुर चले गए.उन्होंने कहा, “अब सिर्फ आजादी ही मेरी दुल्हन होगी.”
वे अपने कॉलेज के वर्षों के दौरान एक अच्छे अभिनेता भी थे. उन्होंने कई नाटकों में भाग लिया. भगत सिंह को कुश्ती से भी लगाव था.
कई उर्दू और पंजाबी अखबारों के लिए नियमित रूप से लिखनेवाले भगत सिंह बहुत अच्छे लेखक भी थे. ------------------------
भगत सिंह ने अपने बाल कांटे और अपनी दाढ़ी भी साफ की. अंग्रेजों को चकमा देने के लिए यह आवश्यक था. --------------------
भगत सिंह और उनके साथियों द्वारा ‘सेंट्रल असेंबली’ स्थल पर जो बम फेंके गए, उन्हें निम्न-स्तरीय विस्फोटकों से बनाया गया था, क्योंकि उनका उद्देश्य किसी को मारना नहीं था
भगत सिंह ने हिंदू-मुस्लिम दंगों से दुखी होकर यह घोषणा कर दी थी कि वह नास्तिक है. इस बात को उन्होंने अपनी किताब ‘मैं नास्तिक क्यों हुँ’ में साफ तरीके से बताया है.
भगत सिंह महात्मा गांधी की अहिंसा की नीतियों से सहमत नहीं थे. भगत सिंह को लगा कि बिना हथियारों के आजादी हासिल नहीं की जा सकती.
उनको को फिल्में देखना और रसगुल्ला खाना बहुत पसंद था. जब भी अवसर मिलता, वह राजगुरु और यशपाल के साथ फिल्म देखने चले जाते.
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