आपकी मानसिकता ही सब कुछ होती है!

आपकी मानसिक स्तिथि निर्धारित करेगी कि आप कुछ करोगे या नहीं. आपकी मानसिकता निर्धारित करेगी कि, क्या आपको याद रखा जाएगा या आपको भुला दिया जाएगा.

आपकी मानसिकता निर्धारित करेगी कि, क्या आप जब चीजें और कठिन हो जाएगी तब भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध होंगे, क्युकी जैसा कि हम सभी जानते हैं, कोई भी एक इंसान अपने जीवन में बड़ी चुनौतियों के बिना जीवन नहीं गुजार सकता.

फिलहाल आपकी मानसिकता बिना किसी संदेह की है, तो यह आपकी सबसे बड़ी संपत्ति है. यह किसी भी प्रशिक्षण से अधिक मूल्यवान है. यह किसी भी डिग्री, किसी भी शिक्षा, किसी भी नौकरी के संदर्भ से अधिक मूल्यवान है.
ऐसी मानसिकता किसी भी डॉक्टर, इंजीनियर या निवेशक की तुलना में अधिक कमाई करने में सक्षम है.

यदि आपकी मानसिकता कहती है:
मेरे अच्छाई के लिए जो भी काम हो या जीवन में बदलाव लाना हो, वो मैं हर हाल में करूंगा. तो निश्चित रूप से आप जो चाहते है वो प्राप्त कर लोगे.

अपनी मानसिकता से बड़ा कोई धन नहीं है, अपना मन सही दिशा और दशा में रहे.

हर दिन आपको कई विकल्प दिए जाते हैं… जैसे कि अगर आपको कहा जाए कि आप आसान सड़क का चयन करोगे की उचे पर्वत वाला चुनौती से भरपूर रास्ता.

यह स्वाभाविक है कि चुनौती वाला रास्ता कठिन होगा, यह रास्ता परीक्षा लेगा, लेकिन आपकी परीक्षा लेने से आपको अपनी सीमा तक धकेलने में आपका ही फायदा है. यदि आप अपनी हिम्मत दिखाते हैं और चुनौतीपूर्ण रास्ता चुनते है तो आपको विकास और सफलता के लिए, आपकी मानसिक सीमाओं से आगे बढ़ाएगा. वहीं सीमाएं जो आपने आसान रास्ता चुनने से बनाई थी.

आपने देखा होगा कि, इस जीवन में कुछ भी जो आपके भलाई का हो वो चीज करना आसान नहीं है.

अगर ऐसा करना आसान होता तो, “हर कोई इंसान आज बड़ी कामयाबी हासिल कर लेता”. लेकिन ज्यादातर लोग ऐसा इसलिए नहीं कर पाते क्योंकि वह रास्ता उनको कठिन लगता है.

उनके मानकों ने, उनके साथियों ने, उनके साथ रहने वाले महत्वपूर्ण लोगो ने यह निर्धारित किया है कि उनके पास साहस की कमी है, क्योंकि उनकी मानसिक स्थिति आसान रास्ते में फंस गई है.

इन सब के लिए सबसे खराब ये चीज होती है कि उनका वह आसान रास्ता कुछ समय बाद कठोर सड़क बन जाती है. शुरुआत में आसान विकल्प (choices) जीवन के बाद में कठिन क्षणों की ओर ले जाता है. आसान सड़क के बारे में कुछ भी दीर्घकालिक लाभ नहीं है.

यदि आप आज बलिदान देते हैं, तो आप आनेवाले कई कल के लाभों का आनंद लेंगे. यदि आपको वो हासिल करना है जो दूसरों के पास नहीं हैं, ऐसा कुछ के बदले ‘कुछ ऐसा‘, जो दूसरों ने अबतक नहीं किया. ऐसा करने के लिए क्या आप सचमे इच्छुक हो?

आपकी मानसिक स्तिथि ही यह निर्धारित करती है कि आप अपने लक्ष्यों को, अपने सपनों को और अपनी दूर दृष्टि के लिए लड़ेंगे या नहीं.

आपकी मानसिकता यह निर्धारित करेगी कि क्या आप उन ४% लोगों में से हैं जिन्होंने हार नहीं मानी, वहीं ४% जो अन्य ९६% लोगों को रोजगार देते हैं जिन्होंने हार नहीं मानी और खुदका बिजनेस स्थापित किया.
क्या ऐसे मानसिक स्थिति में बने रहने के लिए जो कुछ जरूरी है, वह आपके पास है?

क्या आप हार मान लेंगे या लड़ना चाहेंगे?… या आप में कुछ लड़ाई बाकी है?

जैसे हम कोई गेम हार जाते है तो कितना गुस्सा आता है या परेशान होते है, लेकिन यहाँ तो बात अपने ज़िन्दगी की है,
वही गंभीरता, वही जिद हमारी असल जिंदगी के उपलब्धि में अगर हो तो कितना अच्छा होगा.

यदि आप ऐसे रास्तों को मिटा देते है जो आपको पीछे हटने के सभी संभावित रूपों को खत्म कर दें, अगर आप कोई Plan B बनाते ही नहीं है, तो केवल आपका Plan A आपको वह सब प्राप्त कराएगा, जो आप चाहते हैं.

यदि आप अधिक घंटे सो रहे हैं, तो उठो, अपने आप को अंदर से जगाओ. यदि आप अपने आप को भीतर से जानते हैं कि आप और अधिक कुछ कर सकते हैं, तो और करिए! क्या आप टीवी के सामने बर्बाद हुए 1 घंटे का, जरूरत से ज्यादा नींद का त्याग कर सकते हैं? शाम ७ बजे सीरियल्स देखने वाले कोई करोड़पति नहीं हैं.

क्या आपके लिए जो कुछ जरूरी है, वह सबकुछ है आपके पास?

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© सागर वझरकर
एस सॉफ्ट ग्रुप इंडिया

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