हाल ही में मधुमक्खियों के लुप्त प्राय होने की चिंताओं को दुनिया भर के लोगों के बीच व्यापक रूप से देखा गया है, लेकिन इसके बारे में कार्यवाही करना दुर्लभ हो गया है. यही कारण है कि विश्व मधुमक्खी दिवस लोगों को मधुमक्खियों के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए और भविष्य में उन्हें संरक्षित करने में मदद कर सकता है. यदि आप इस छोटे से कीडे को विलुप्त होने से बचाना चाहते हैं तो आपको उसके बारे में जानना जरूरी है.
विश्व मधुमक्खी दिवस का इतिहास
मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में विश्व मधुमक्खी दिवस एक महत्वपूर्ण भूमिका बजाता है. एंटोन जान्सा, जिन्होंने 18 वी शताब्दी में अपने मूल स्लोवेनिया में आधुनिक मधुमक्खी पालन तकनीकों का नेतृत्व किया था.
विश्व पर्यावरण मधुमक्खियों के महत्व को लाने में मदद करने वाले पहले लोगों में से वे एक थे. तभी से मधुमक्खी पालन दुनिया के पारिस्थितिक तंत्र और आर्थिक प्रणालियों में एक महत्वपूर्ण दिवस बन गया है.
हालांकि फिर भी बहुत से लोगों को मधुमक्खियों की महत्व का एहसास नहीं था, जिसके कारण संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से विश्व मधुमक्खी दिवस की घोषणा की गई. संयुक्त राष्ट्र ने मधुमक्खियों की महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ही विश्व मधुमक्खी दिवस नामित किया है.
मधुमक्खियां मानवीय गतिविधियों के कारण लगातार खतरे में है. जिसमें आक्रामक कीड़े, कीटकनाशक, भूमि उपयोग परिवर्तन और मोनोक्रॉपिंग प्रथाओं की शुरुआत भी शामिल है, जो समय के साथ मधुमक्खियों की कालोनियों को लगातार नष्ट कर रहा हैं. विश्व मधुमक्खी दिवस लोगों को इन्हीं मधुमक्खियों के महत्व के बारे में और वे पर्यावरण के लिए क्या मदद करती है इस बारे में शिक्षित करता है.
जिस में शामिल है कि वे दुनिया की 90% वाइल्डफ्लावर पौधों को किस तरह विकसित करती है, दुनिया की 35% फसलें मधुमक्खियों के बढ़ने पर ही निर्भर करती है. इन्हीं आंकड़ों के साथ संयुक्त राष्ट्र ने मधुमक्खियों के लिए आप क्या कर सकते हैं इसके लिए दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम बनाए हैं.
World Bee Day कैसे मनाएं
यदि आप विश्व मधुमक्खी दिवस अच्छी तरह से मनाना चाहते हैं, तो आप अपने बगीचे में फलों, सब्जियों और फूलों की अच्छी व्यवस्था कर सकते हैं. क्योंकि आप जानते हैं कि मधुमक्खियां इन्हें पसंद करती है.यदि आपके पास एक बालकनी या छत है, तो आप अमृत असर वाले फूल खरीद सकते हैं और उन्हें अपने उपलब्ध क्षेत्र में सजावट और मधुमक्खियों की मदद दोनों के उद्देश्यों से लगा सकते हैं.
साथ ही सूरजमुखी, खसखस, थाइम और सौंफ जैसे हमारे और मधुमक्खियों के पसंदीदा खाद्य पौधे भी लगा सकते हैं. अगर हो सके तो मधुमक्खियों के लिए एक परागण स्थान बना सकते हैं. मधुमक्खियों, तितलियों और किसी भी स्थानीय परागण कर्ताओं के लिए उनके आवासों में मदद करते हुए एक अनुकूल वातावरण बनाए और इन सभी कीड़ों को मदद करें.
आप यह मजेदार तथ्य तो जानते ही होंगे कि मीठा खाने से लेकर शरीर के घाओं पर ड्रेसिंग करने तक हम मधुमक्खियों के शहद से इतना प्यार करते हैं कि हमारे बच्चों के नाम अब भी मधुमक्खियों के नाम पर ही रखे गये है. मेलिसा और अली जैसे नाम ग्रीक और उर्दू में मधुमक्खी का ही मतलब है. यह बात दिखाती है कि दुनिया भर में आज भी हम मधुमक्खियों के लिए एक वैश्विक प्रशंसा साझा करते हैं.