By Malvika Kashyap
April 22, 2022
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गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में कई सारे बदलाव होते हैं. बच्चे के विकास के कारण उन्हें जी मचलना, बेचैनी, शरीर दर्द जैसी समस्याएं भी आ सकती है.
कई बार गर्भवती महिलाओं को खानपान, चलना, उठना आदि के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है. साथ ही उन्हें किस तरह सोना चाहिए इसमें भी कंफ्यूजन होता है.
प्रेगनेंसी में आप अपनी टांगे मोड़ कर बीच में तकिया लगाकर रखें. या फिर आप अपनी कमर और छाती के नीचे भी तकिया लगाकर लेट सकती हैं.
गर्भावस्था के दौरान शरीर का आकार बढ़ जाने से भारीपन महसूस होता है. ऐसी स्थिति में विशेषज्ञ गर्भवती को पेट के बल ना सोने की सलाह देते हैं.
पेट के बल सोने से कई बार शिशु पर दबाव पड़ता है. ऐसे में गर्भवती को ज्यादा सतर्क कहते हुए भी अपनी कमसे कम 8 घंटे की नींद पूरी करनी चाहिए.
डॉक्टरों की मान्यता अनुसार प्रेग्नेंट स्त्री को बाईं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए. क्योंकि इससे शिशु को प्लेसेंटा के माध्यम से ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं.
गर्भावस्था में पहली तिमाही में पीठ के बल सोना भी अच्छा माना जाता है. लेकिन यह भी कहा जाता है कि इससे बच्चे को हानि पहुंच सकती है. कई महिलाओं को सिरदर्द, चक्कर आ सकता है.
प्रेगनेंसी में महिलाओं को सोने के साथ साथ उठते समय भी ध्यान देना चाहिए. उन्हें झटके से ना उठते हुए एक करवट लेकर उठना चाहिए.
प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए इस बारे में बताए गए सुझाव केवल जानकारी के तौर पर ही लें. किसी भी तरह की समस्या के लिए अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह ही बेहतर होगी.
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