By Malvika Kashyap
June 4, 2022
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शरीर के दोषों में असंतुलन आयुर्वेद की मान्यता अनुसार हमारे शरीर में वात, पित्त एवं कफ ये तीन दोष होते हैं. लेकिन कई बार कुछ परेशानियों की वजह से इनमें असंतुलन हो सकता है.
खराब जीवनशैली कई बार खराब जीवनशैली एवं असंतुलित खाने से हमारे शरीर में विषाक्त पदार्थ तैयार हो जाते हैं. त्वचा की ऊपरी परत पर भी इसके लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
त्वचा ड्राई होती है अगर आपके शरीर में पित्त बढ़ता है तो त्वचा ड्राई हो सकती है. साथ ही पित्त दोष के कारण सूजन, संक्रमण और जलन भी बढ़ सकती है.
चेहरे पर रेडनेस बढ़ता है पित्त दोष बढ़ने के कारण हमारा चेहरा ज्यादा लाल हो सकता है. या लाल चकत्ते भी बढ़ सकते है. कई बार सूजन रह रह कर आ सकती है.
एक्जिमा हो सकता है पित्त दोष बढ़ने के कारण कई लोगों को एक्जिमा हो सकता है. आमतौर पर यह बच्चों को हो सकता है. इसमें त्वचा पर बेहद खुजली और रेडनेस बढ़ता है.
थकान बढ़ती है कई बार पित्त दोष बढ़ने के कारण बहुत ज्यादा थकान का अनुभव हो सकता है. किसी भी काम को करते हुए आपका शरीर जल्दी थक जाता है.
ज्यादा पसीना आता है पित्त दोष बढ़ने के कारण बहुत ज्यादा गर्मी लगती है. साथ ही बहुत पसीना भी आ सकता है. इससे शरीर में दुर्गंध भी ज्यादा आती है.
मुंह में छाले और गले में सूजन अगर आपके शरीर में पित्त दोष बढ़ गया है तो इससे आपके मुंह में छाले भी हो सकते हैं. साथ ही आपको गले में सूजन की समस्या भी आ सकती है.
पित्त दोष बढ़ने के बताए गए लक्षण केवल जानकारी के तौर पर ले. किसी भी समस्या एवं उपचार के लिए त्वचा विशेषज्ञ या डॉक्टर की मदद जरूर ले.
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