By Sagar Wazarkar
March 16, 2022
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हाल ही में नासा ने कहा है कि पृथ्वी के वायुमंडल से एक Asteroid यानी कि छोटा शुद्र ग्रह टकरा सकता है. वैज्ञानिकों ने इसे 2022 EB5 कहां है.
वैज्ञानिकों के अनुसार इस 2022 EB5 से पृथ्वी को ज्यादा खतरा नहीं हो सकेगा; मगर यह पांचवीं खोज है जब कोई शुद्र ग्रह पृथ्वी के वायुमंडल में आ सकता है.
उत्तरी हंगरी के पिज्केस्टेटा वेधशाला के K. Sarneczky ने सबसे पहले इस छोटे शुद्र ग्रह का अवलोकन किया था. नासा के स्काउट जोखिम मूल्यांकन प्रणाली ने इसकी गणना की.
दरअसल एस्टेरॉइड किसी ग्रह या तारे का टूटा हुआ टुकड़ा हो सकता है. ये बड़े-बड़े पत्थर या धातु के टुकड़ों से बना होता है.
कहा जाता है कि पूरे सौरमंडल में करीब 20 लाख एस्टेरॉइड घूम रहे हैं. ये एस्टेरॉइड्स कई बार सूर्य की परिक्रमा करते हुए पृथ्वी के निकट से गुजरते हैं.
कई बार आकाश में बहुत बड़ी गति से जाने वाले उल्कापिंड हमें दिखाई देते हैं. बोलचाल की भाषा में इन्हें 'टूटता तारा' कहा जाता है.
देखा जाए तो वैज्ञानिकों की मान्यता अनुसार हर रोज कई छोटे-बड़े एस्टेरॉइड या मेटियोरॉइड हमारी पृथ्वी पर गिरते ही रहते हैं.
1994 में लगभग पृथ्वी के बराबर 10 से 12 उल्का पिंड सौरमंडल के सबसे बड़े बृहस्पति ग्रह से टकराए थे. माना जाता है कि इस महाप्रलय की तबाही और आग आज तक शांत नहीं हुई है.
वैज्ञानिकों के मान्यता अनुसार अगर भविष्य में पृथ्वी के साथ भी ऐसा हुआ, तो पृथ्वी पर भी तबाही मच सकती है. मगर यह सिर्फ आशंका है.
फिलहाल वैज्ञानिक किसी उल्कापिंड को मिसाइल द्वारा दिशा बदल जाने की तकनीक पर काम कर रहे हैं. मगर फिर भी ग्लोबल वार्मिंग भी पृथ्वी के तबाही का कारण बन सकता है.
दोस्तों एस्टेरॉइड जिस भी ग्रह पर टकराते हैं, वहां बड़े-बड़े गड्ढे तैयार होते हैं. पृथ्वी पर लोनार सरोवर के नाम से मशहूर स्थान पर भी कुछ ऐसा ही एस्टेरोइड गिरा था.
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