1 बाघ को पूरे विश्व में सबसे शानदार और ताकतवर जीव के रूप में जाना जाता है. बिल्ली की प्रजाति के इस जीव को भारत, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया एवं मलेशिया के राष्ट्रीय पशु के रूप में मान्यता प्राप्त है.

2 बाघ की औसत आयु लगभग 10 से 15 वर्ष की होती है. बाघ का औसतन वजन 300 किलो और लंबाई लगभग 6 से 8 फीट तक हो सकती है. साइबेरियन टाइगर सबसे बड़ा बाघ होता है.

3 बाघ ज्यादातर रात के समय शिकार करना पसंद करते हैं. वे औसतन 9 से 12 किलोग्राम तक मांस खा सकते हैं. इन्हें अपने आवास स्थान से लगाव होने के कारण शिकार के बाद वह फिर से अपने आवास पर लौट आते हैं.

4 बाघ की दहाड़ को लगभग 3 किलोमीटर दूरी तक सुना जा सकता है. वह किसी दूसरे जानवर पर नहीं दहाड़ता बल्कि अपने साथी बाघों से संवाद करने के लिए बाघ दहाड़ता है. 

5 बाघों के शरीर पर लगभग 100 से भी ज्यादा धारियां होती है. और यह इंसान के उंगलियों के निशानों की तरह हर एक बाघ में अलग-अलग होती है. साथ ही यह धारियां उसके फर के साथ-साथ उसकी त्वचा पर भी होती है.

6 बाघ के माथे पर जो धारियां होती है वह चीनी भाषा के अक्षर की तरह दिखती है, जिसका अर्थ 'किंग' या 'राजा' होता है. बंगाल टाइगर की तुलना में साइबेरियन टाइगर के शरीर पर कम धारियां होती है.

7 सामान्यतः बाघों की आंखें पीली होती है, मगर सफेद बाघों की आंखें नीली होती है. बाघ के लगभग 10 सेंटीमीटर लंबाई वाले दांत एक ही झटके में अपने शिकार का गला तोड़ सकते हैं.

8 शिकार करने के मामले में मात्र 10% से भी कम बाघ सफलतापूर्वक शिकार कर पाते हैं. सामान्यतः बाघ बिना खाए दो-तीन हफ्तों तक ही जिंदा रह सकता है इससे अधिक दिनों तक भूखा रहने पर इसकी मौत हो सकती है.

9 बाघ अक्सर अपने शिकार पर पीछे से हमला करते हैं. अपनी अपनी अलग तरह की धारियों के कारण व झाड़ियों में छिप सकते हैं. और शिकार के निकट पहुंचते ही उन पर हमला बोल देते हैं.

10 बाघ की जीभ खुरदुरी होती है, जिसकी मदद से ये अपने शिकार की चमड़ी तक छिल सकते हैं. इनकी लार में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जिसकी मदद से ये अपने घाव को चाट कर उसे कीटाणुरहित कर सकते हैं.

11 मादा बाघ लगभग 3.5 महीने के गर्भ के बाद एक बार में औसतन 3 से 4 शावकों को जन्म देती है. सफेद बाघ के जन्म की संभावना 10,000 में से 1 होती है.

12 जन्म के बाद 7 दिनों तक बाघ के शावक पूर्णतः अंधे होते हैं. बाघ के लगभग आधे शावक वयस्क होने से पहले ही कई कारणों से मर जाते हैं. मादा अपने शावकों की 2 साल तक देखभाल करती है.

13 बाघ का पाया गया सबसे पहला जीवाश्म 2 मिलियन वर्ष पुराना है. 100 वर्ष पहले तक भारत में लगभग 40,000 बंगाल टाइगर थे. मगर पिछले 100 वर्षों में 90 से 95% बाघ शिकार और अन्य कारणों से विलुप्त हो गए हैं.

14 कई वैज्ञानिक और पर्यावरण रक्षक मानते हैं कि जब तक पृथ्वी पर बाघ है, तब तक इंसान का अस्तित्व होगा. अतः इस सबसे सुंदर और दमदार पशु की आबादी बढ़ाने के लिए हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए.