1 मनुष्य के मस्तिष्क का वजन लगभग 1500 ग्राम होता है. इसमें लगभग 100 अरब (आकाशगंगा के तारों के बराबर) न्यूरॉन्स होते हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रह्मांड की सबसे जटिल और रहस्यमई चीज हमारा दिमाग ही है.

2 मनुष्य का दिमाग शरीर का सबसे ज्यादा चर्बी वाला अंग है. हमारा दिमाग शरीर का लगभग सिर्फ 2% हिस्सा होकर भी कुल ऑक्सीजन और खून का लगभग 20% उपयोग करता है.

3 2 साल की उम्र में, दिमाग में सबसे ज्यादा ब्रेन सेल्स की गिनती होती है. 5 साल तक दिमाग 95% बढ़ता है और फिर 18 साल की उम्र तक इसका 100% विकास हो जाता है.

4. मनुष्य का दिमाग लगभग केवल 5 मिनट तक बिना ऑक्सीजन के जीवित रह सकता है. लेकिन 5 से 10 मिनट तक ऑक्सीजन ना मिले तो ब्रेन डैमेज हो सकता है.

5 शोध के अनुसार महिलाओं और पुरुषों में दिमाग की संरचना भिन्न होती है. पुरुषों का दिमाग महिलाओं के दिमाग से 10% बड़ा होता है. लेकिन दिमाग के आकार और वजन से उसकी शक्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.

6 हंसते हुए दिमाग के लगभग 5 हिस्से एक साथ काम करते हैं. जब हम किसी इंसान का चेहरा गौर से देखते हैं, तब दिमाग का दायां भाग (Right side) उपयोग में लाते हैं. दिमाग का बायां हिस्सा बोलना कंट्रोल करता है

7 हमारे दिमाग में हर रोज लगभग 60,000 विचार आते हैं, मगर उनमें से लगभग 70% विचार नकारात्मक ही होते हैं. इसलिए हर रोज लगभग आधा घंटा कोई अच्छी किताब पढ़ने से आप अपने अंदर सकारात्मकता बढ़ा सकते हैं.

8 हमारे दिमाग में लगभग 1,00,000 मील लंबी रक्त वाहिकाएं होती है. अगर इन रक्त वाहिकाओं को लंबा कर दे, तो चंद्रमा के आधे रास्ते तक का सफर तय हो सकता है. दिमाग के हिप्पोकेंपस को मेमोरी सेंटर कहा जाता है.

9 किसी भी चीज को हम अपनी आंखों की मदद से नहीं बल्कि दिमाग की मदद से देख पाते हैं. आंखें तो बस उस चीज के बारे में जानकारी लेती है और उसे हमारे दिमाग तक पहुंचाती है.

10 टीवी देखने के बजाय किताबें पढ़नेपर दिमाग ज्यादा तेज होता है. वयस्क इंसान अपने दिमाग में लगभग 2.5 मिलियन गीगाबाइट तक जानकारी संकलित करके रख सकता है. इसीलिए दिमाग का ज्यादा उपयोग जरूर करें!

11 घर में वयस्कों के लड़ाई झगड़े के कारण बच्चों के दिमाग पर युद्ध के सैनिकों जैसा ही असर पड़ता है. इसलिए बच्चों को लेकर हमें अधिक सजग रहने की आवश्यकता है. अन्यथा उनका दिमाग भी नकारात्मक हो सकता है.

12 ओवर थिंकिंग यानी कि अत्यधिक सोच कम करके हम अपने मस्तिष्क को और भी अधिक तेज कर सकते हैं. और इसके लिए मेडिटेशन यानी कि ध्यान करना बहुत ही कारगर उपाय हो सकता है.