By Malvika Kashyap
April 21, 2022
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हाल ही में कोरोना के कई नए लक्षण पाए गए हैं. इनमें खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, मतली या उल्टी आना, अस्वस्थता, पेट दर्द, चिड़चिड़ापन शामिल है.
WHO के अनुसार छाती और सांस में तकलीफ होना, बोलने में दिक्कत या भ्रम महसूस होना जैसे कोरोना के गंभीर लक्षण हो सकते हैं. इन्हें तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
कोरोना ने पूरी दुनिया में एक तरह से सामाजिक दूरी बनाई है. इससे मित्रों और रिश्तेदारों के साथ साथ माता-पिता या बहन-भाई जैसे रिश्तो में भी दीवार खड़ी की है.
कोरोना से पूरी तरह ठीक होने के बाद भी कई लोगों को अन्य बीमारियां होने लगी है. इन बीमारियों का बहुत बुरा असर मरीजों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर हो रहा है.
कोरोना के बाद कई लोगों की शुगर बढ़ गई है, तो कई मानसिक रूप से बीमार हो गए हैं. कुछ लोग तनाव के शिकार हो गए हैं. ऐसी कई बीमारियों ने लोगों को परेशान कर दिया है.
कई लोगों को बदन दर्द, ब्लड क्लॉटिंग, ब्लैक फंगस, हार्ट अटैक ऐसी कई बीमारियां हो रही है. कुछ लोगों को आई हुई कमजोरी उनका पीछा नहीं छोड़ रही है.
कईयों को नींद बहुत ज्यादा आ रही है, तो कईयों को बिल्कुल भी नहीं आती है. शरीर हल्का सा गर्म रहना, घबराहट होना ऐसे भी लक्षण देखे जा सकते हैं.
कई लोगों के जीवन में मानसिक एवं शारीरिक तौर पर अकेलापन आ गया है. कईयों को एंग्जाइटी डिसऑर्डर के रूप में जीवन के परिवर्तनों को समझने में कठिनाई हो रही है.
कई लोगों को खांसी, बुखार एवं थकान जैसे हल्के लक्षणों के साथ-साथ शरीर के किसी अंग में रक्त के थक्के बनने जैसे गंभीर लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं.
कोरोना ने पूरी दुनिया का सोचने एवं व्यवहार का नजरिया ही बदल डाला है. ऐसे में हो रहे साइड इफेक्ट भी लोगों के सामने मानसिक तौर पर समस्या बनकर खड़े हो रहे हैं.
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