By Malvika Kashyap
May 14 2022
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ब्लड कैंसर को ल्यूकेमिया भी कहा जाता हैं. यह कैंसर हमारे खून एवं अस्थि मज्जा से संबंधित होता है. यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है.
कई बार हमारी वाइट ब्लड सेल्स के डीएनए को क्षति पहुंचती है, तब ब्लड कैंसर हो सकता है. इसमें हमारी अस्थि मज्जा में कैंसर सेल्स बढ़ने लगती है.
अगर घर में किसी को पहले ब्लड कैंसर हो चुका है तो ऐसे में परिवार में इसके होने की संभावना हो सकती है. इसमें कैंसर सेल्स असामान्य तरीके से बढ़ते है.
धूम्रपान की बहुत आदत के कारण ब्लड कैंसर की संभावना बढ़ सकती है. साथ ही बेंजीन जैसे हानिकारक केमिकल के कारण भी ब्लड कैंसर हो सकता है.
अगर आपको कोई खून से संबंधित बीमारी है या अनुवांशिक तरह की बीमारी जैसे डाउन सिंड्रोम है, तो ब्लड कैंसर होने की संभावना रहती है.
कैंसर में कीमोथेरेपी या फिर विकिरण चिकित्सा के द्वारा भी ल्यूकेमिया की जोखिम बढ़ सकती है. इसमें स्वस्थ सेल्स को कैंसर सेल्स बढ़ने से रोकती है.
ब्लड कैंसर की वजह से रक्त के थक्के बनने में कठिनाई होती है. साथ ही आसानी से खून बहता रहता है. शरीर पर लाल-बैंगनी दाग धब्बे बन सकते हैं.
कई बार सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो सकती है. ऐसे में हमारे शरीर का किसी भी संक्रमण से बचाव नहीं हो पाता.
ब्लड कैंसर बेहद ही जानलेवा हो सकता है. लेकिन इसके प्रारंभिक चरण में ही इसका उपचार अपनाया जाए, तो इससे व्यक्ति ठीक हो सकता है.
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