By Malvika Kashyap
May 13 2022
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सामान्यतः बवासीर को पाइल्स भी कहा जाता है. गुदा और मलाशय के निचले क्षेत्र में नसों की सूजन और जलन होने से यह बवासीर का रूप ले सकता है.
अगर आपको पुराने कब्ज या दस्त की परेशानी है, तो यह बवासीर का कारण बन सकता है. आमतौर पर 4 में से 3 वयस्कों को एक बार बवासीर हो सकता है.
कई बार बवासीर छोटे रबड़ जैसी गांठ की तरह दिखता है. सूजन या ब्लड क्लोटिंग की वजह से यह गांठ तैयार हो सकती है. यह बहुत दर्दनाक हो सकता है.
एनस के अंदरूनी हिस्से से मस्से जैसा हिस्सा बाहर आ सकता है. इससे खून भी निकलता है. अगर जोर लगाया जाए तो यह मस्सा बाहर भी आ सकता है.
ज्यादा देर तक खड़े होकर काम करने करने वाले लोगों को बवासीर की परेशानी हो सकती है. साथ ही गुदामैथुन या मोटापा भी इसकी वजह हो सकती है.
कई बार गर्भावस्था और नॉर्मल डिलीवरी के बाद भी बवासीर की परेशानी सता सकती है. ज्यादातर लोगों को 45 से 65 साल की उम्र में यह समस्या हो सकती है.
कई लोगों को ड्राइविंग, सिलाई काम आदि एक ही स्थिति में बैठकर काम करने की वजह से भी बवासीर की समस्या हो सकती है.
कई बार एक साथ ज्यादा वजन उठा लेने से या अनुवांशिकता के कारण भी बवासीर की समस्या हो सकती है.
बताए गए कारणों के अलावा भी कई कारणों से बवासीर की समस्या सता सकती है. ऐसे में अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क करें.
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