By Ashish Kale
April 4, 2022
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वैज्ञानिकों के नए अध्ययन के अनुसार AI अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से फ्रैक्चर का पता लग सकता है. इससे रेडियोलॉजिस्ट को काफी फायदा मिलेगा.
AI यह एक इंटेलिजेंट और प्रभावी माध्यम हो सकता है, जिससे आपातकालीन विभाग में चिकित्सकों की बहुत सहायता होगी. इससे हड्डी के फ्रैक्चर का तुरंत पता चल जाएगा.
मौजूदा एक्सरे मशीन की मदद से कई बार गलत या देरी से संभावित फ्रैक्चर का निदान हो पाता है. क्योंकि इसकी इमेजिंग वॉल्यूम में रेडियोलॉजिस्ट को कई सारी समस्याएं आती है.
इंग्लैंड की शोधकर्ता टीम ने चिकित्सकों के साथ इस बारे में अध्ययन किया. उनके 42 अध्ययनों में से 37 में एक्स-रे का इस्तेमाल किया एवं 5 में CT का इस्तेमाल हुआ.
AI का इस्तेमाल फ्रैक्चर का पता लगाने के लिए 91-92% तक सही पाया गया. इस अध्ययनों के परिणामों के साथ एआई का उपयोग आने वाले समय में आशाजनक हो सकता है.
वैज्ञानिक कहते हैं कि अभी एआई का उपयोग करते हुए फ्रैक्चर का पता लगाने का अनुसंधान जारी रखना चाहिए. लेकिन अभी यह बहुत ही प्रारंभिक एवं प्रीक्लिनिकल स्टेज में है.
वैज्ञानिक इस बात के शोध में जुटे हुए हैं की आने वाले भविष्य में AI का उपयोग और भी अच्छा किया जा सकता है. ताकि व्यापक तौर पर इसका इस्तेमाल किया जा सके.
भविष्य में कंप्यूटर विज्ञान की नई खोजों के कारण इंसान का जीना और भी सुखद हो सकता है. अगर इसका सही उपयोग किया जाए तो AI अर्थात कृत्रिम बुद्धि की मदद से हमें लाभ हो सकता है.
आने वाले भविष्य में इस बात की भी संभावना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे जीवन का हिस्सा हो पाएगा एवं इसके उपयोग से संपूर्ण मानव जाति का कल्याण हो पाएगा.
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