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दोस्तों, आज हम हमारे मन अर्थात हमारे विचारों के बारे में बात करेंगे.आपने सुना ही होगा कि मन ही आपका सबसे बड़ा दोस्त होता है और सबसे बड़ा दुश्मन भी! जब आप पूरी तरह से मन के हिसाब से चलते हैं, तो मन आपको कहीं भटका देता है, लेकिन जब आप अपने मन पर काबू पा कर उसे अपने हिसाब से चलाते हैं तो आप जिंदगी में जो चाहे वह पा सकते हैं.
लेकिन आजकल मन को अपने हिसाब से चलाना और उसे आज्ञा देना बहुत मुश्किल हो गया है. जिंदगी में अब तक तो जैसे से हमारा मन हमें चलाता आया है, वैसे ही हम करते आ रहे हैं; पर अब यह जैसे हमारी बीमारी ही बन गया है. सारा दिन हमारे मन में विचार चलते ही रहते हैं.
लोगों को Tension, Anxiety, Depression, Over Thinking सब तरह की परेशानियां हो गई है. सिर्फ बड़े बुजुर्गों को ही नहीं अपितु आजकल के स्कूल कॉलेज जाने वाले बच्चों को भी उनके Education, Career, Exams और उनके भविष्य को लेकर बहुत तनाव महसूस होता है. बस हमारा मन, दिमाग चलता ही रहता है, चलता ही रहता है!
इन सभी विचारों के कारण सबके जीवन में एक अशांति और बेचैनी सी आ गई है. सब कुछ होते हुए भी लोग कहते हैं कि हम खुश नहीं हैं, मन में शांति नहीं है. अगर आप अपने मन की शांति और सुकून पाना चाहते हैं और हमेशा खुश रहना चाहते हैं, तो हम आपको कुल पांच बातें बताना चाहते हैं, जिनसे आप अपने जीवन में सुख और शांति पा सकते हैं, यह हमारा दावा है.
1. Be Selective for what you are Listening, Watching and Reading:
आपका मन एक Storage की तरह है. आप जो भी देखते, सुनते या पढ़ते हैं, वह सब उसमें Store यानी सेव हो जाता है. आपको लगता होगा कि कुछ भी देखने से, पढ़ने से या सुनने से क्या फर्क पड़ता है; लेकिन एक एक शब्द, एक एक दृश्य आपके मन पर बहुत गहरा असर डालता है.आपको वही सोचना शुरु कर देते हैं, जो आपने देखा है या सुना है.
सोशल मीडिया आपको रोज नई बातें परोसता है. कल रात लाखों लोग शांति से सोए थे, यह खबर आप तक कोई नहीं पहुंचाएगा; लेकिन कल रात एक घर में चोरी हुई थी यह बात आपको सबसे पहले पहुंच जाती है.सारा दिन यही नकारात्मक बातें देख और सुनकर आपका मन भी नकारात्मकता सोचना शुरू कर देता है और धीरे-धीरे यही आपका विश्वास बन जाता है. लेकिन उसी जगह अगर आप कोई अच्छी किताब या कोई अच्छा लेख पढ़ते हैं, तो सकारात्मकता ही आपका विश्वास बन जाती है.
सकारात्मक और नकारात्मक अर्थात Negative और Positive विचारों को पहचानने का सबसे आसान तरीका यह है कि, जो विचार आपके मन में डर, बेचैनी, चिंता या अशांति बढ़ाते हैं वे नकारात्मक होते हैं और जो विचार आपके मन में शांति, सुकून, समझ और ज्ञान बढ़ाते हैं वे सकारात्मक होते हैं.
2. Change your Physical and Emotional Diet:
जब भी हम बीमार पड़ते हैं, तो डॉक्टर कहते हैं कि अपनी डाइट चेंज करो अर्थात अपना खाना बदलो. यही बात आपके मन को भी लागू होती है. यदि आपका मन बीमार है, तो उसके लिए आपको अपनी फिजिकल डायट और इमोशनल डायट दोनों बदलनी होगी, क्योंकि अगर आप सब तरह की भावनाओं का वेलकम करेंगे, तो यही आपकी आदत बन जाएगी.
आप मन को कुछ भी सोचने की आजादी नहीं दे सकते. आपको सोचने के लिए कुछ नियम सेट होने चाहिए, जैसे की जीवन में मुझे कुछ गलत नहीं सोचना है, ना अपने लिए ना दूसरों के लिए!
अपने मन को उन सारी भावनाओं से बचाएं जो आपको दुखी और अशांत करती है. साथ ही आप अपना आहार भी बदलें, क्योंकि जैसा अन्न वैसा मन बनता है. अगर आप तामसी और रजोगुणी खाना खाते हैं, तो आपके मन में गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ने लगेगा. इसके विपरीत अगर आप सात्विक आहार खाते हैं तो आपका मन शांत और प्रसन्न रहता है.
3. Make your Morning Positive and Healthy:
आप अपने दिन की जैसे शुरुआत करते हैं, वही एनर्जी सारा दिन भर आपका काम करती है. आप अपनी सुबह Positive, Divine और Healthy बनाएं. सुबह में अच्छी किताबें पढ़ें.सुबह जो विचार आप अपने मन को देंगे, उन्हीं विचारों का असर पूरा दिन आप पर रहेगा. अगर सुबह उठते ही आप मोबाइल लेकर ब्रेकिंग न्यूज़ या फिर आपकी पोस्ट पर आए हुए लाइक्स और कमेंट्स चेक करते हैं, तो आपका मन अशांत विचारों से आपके दिन की शुरुआत करेगा.
अगर आप जीवन में सफल होना चाहते हैं, तो सुबह के समय जरूर खुद को बनाने में लगाएं. अधिकतर लोगों का सुबह का समय नींद में ही निकल जाता है. लेकिन आप इसे ना गवाएं और कोई भी अच्छी किताब रोज पढ़े, जो आपको अच्छी शिक्षा देती हो, सकारात्मक विचार देती हो और जिसे पढ़ने से आप अपनी जिंदगी में आगे बढ़ सके.
4. Don’t Overuse Electronic Gadgets:
इंसान ने नई Technology सब के फायदे के लिए ही बनाई है, उसका इस्तेमाल जरूर करें; लेकिन इसको अपनी आदत ना बनने दें. ऐसा कुछ टाइम सेट करें कि जिस समय आप किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी जैसे टीवी या मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करेंगे.
ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो खाना खाते समय भी टीवी या मोबाइल देखना नहीं छोड़ते और कहते रहते हैं कि मेरे मन में अशांति है. कम से कम खाना तो बिना टीवी और मोबाइल के शांति से खाना चाहिए. साथ ही रात में सोने से 2 घंटे पहले टीवी या मोबाइल से खुद को दूर रखें.
5. Meditation:
हर रोज कम से कम 15 मिनट आप मेडिटेशन या ध्यान जरूर करें. ध्यान आपके विचारों को शांति देता है. आपके माइंड को Detox करता है. नियमित रूप से ध्यान करने से आपका मन स्थिर होने लगता है. आपके मन का भटकाव कम होने लगता है और आप खुद को शांत और प्रसन्न महसूस करते हैं.
अगर इन पांच बातों को आप अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लेंगे, तो आप अपने जीवन में सुख, शांति और ज्ञान जरूर पा सकते हैं.
हमारा ‘मन को कैसे अपना दोस्त बनाएं’ यह विशेष लेख पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद! हम आपके लिए रोज ऐसेही अच्छे लेख लेकर आते है. अगर आपको यह लेख पसंद आता है तो फेसबुक और व्हाट्सएप पर अपने दोस्तों को इसे फॉरवर्ड करना ना भूले. साथ ही हमारी वेबसाइट को रोजाना भेंट दे.
© संतोष साळवे
एस सॉफ्ट ग्रुप इंडिया