दिमाग खाना और दिमाग को खिलाना काफी अलग होता है
“भाई तू दिमाग मत खा मेरा” ऐसा आपने अक्सर कहीं ना कहीं, किसिना किसी को बोलते हुए सुना होगा, या कभी आपको भी सुनना पड़ा होगा, अगर नहीं सुनना पड़ा तो आपकी यह एक कामयाबी है. दूसरी ओर ऐसे भी लोगों को देखा होगा जो अपने साथ-साथ दूसरों के दिमाग को भी फीड करते है, … Read more