समझदारी से भरा घड़ा- अकबर बीरबल कहानी २
एक दिन राजा अकबर और उसके दरबारी दरबार में बैठे थे, तभी राजा सिलोन के दरबार से एक दूत वहां आ पहुंचा. वह एक विशेष काम के लिए आया था. बादशाह अकबर ने उसका स्वागत किया. उसने बादशाह से कहा, “बादशाह, मुझे राजा सिलोन ने भेजा है. आप के दरबार में बहुत सारे बुद्धिमान दरबारी हैं और … Read more