ओडोमीटर एक मानक होता है, जो नई कार खरीदते समय कार में लगा होता है. आपके द्वारा तय की गई दूरी को ट्रैक करने के लिए कार के इंजिन पर यह लगाया जाता है. लेकिन इसका अविष्कार कैसे हुआ? यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है? आइए आज के दिनविशेष में हम यही देखेंगे.
ओडोमीटर दिवस ओडोमीटर के अविष्कार का जश्न मनाने के बारे में है. ऑटोमोबाइल की प्रगति के डिजाइन और कार्य में इसने बड़ी मदद की है. अगर ओडोमीटर ना होता, तो हम अपने द्वारा की गई प्रगति को कैसे ट्रैक कर सकते थे?
ओडोमीटर दिवस का इतिहास
ओडोमीटर शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द ‘होडोस’ अर्थात पाथ या गेटवे और दूसरा शब्द ‘मेट्रोन’ अर्थात ‘माप’ इन दो शब्दों को मिलाकर हुई है. प्राचीन ग्रीस में दूरी को वामपंथियों द्वारा नापा गया था. उस समय लोगों को विशेष रूप से चरणों यानी कि पैरों से नाप लेकर गिनती करके ही दूरी को मापने के लिए प्रशिक्षित किया गया था. हालांकि ऐसा माना जाता है कि चीन में हान राजवंश में पहले ओडोमीटर का आविष्कार किया गया है.
इसमें एक ड्रम जैसे डिवाइस के साथ सड़क पर एक गाड़ी खड़ी रहती थी और हर बार जब उनकी दूरी नापी जाती थी, तो ड्रम एक लकड़ी की आंकड़े से टकरा जाता था. यह उपकरण अधिक उन्नत माना जाता है और ऑडोमीटर के अविष्कार को भी प्रभावित करने में मदद करता है.आधुनिक ओडोमीटर के रूप में जब इसका पहली बार अविष्कार हुआ था, तो इसके बारे में कई कहानियां सुनाई गई थी. उससे अब कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह कैसे हुआ हम सभी लोगों की कारों का यह अनिवार्य हिस्सा होता है.
1847 में मॉर्मन के अग्रदूत विलियम क्लिंटन ने अपने ‘रोडमोमिटर’ का आविष्कार किया और इसे यूटा जाते समय अपने वैगन से जोड़ दिया था.इस विचार ने साल 1900 के शुरुआती दिनों में अविष्कार किए गए पहले ऑटोमोबाइल के लिए ऑडोमीटर बनाने में मदद की थी. इस ओडोमीटर को विस्कॉन्सिन के बेलोइट के ऑर्थर पी. और चार्ल्स एच वार्नर द्वारा विकसित किया गया था तब इसे “ऑटो-मीटर” के रूप में पेटेंट कराया गया था.
तबसे ओडोमीटर ने कारों के जीवन काल को समझने में हमारी बड़ी मदद की है. वाहन मालिकों को अपने कार्य पर ध्यान देने और उसके रखरखाव करने की क्षमता भी प्रदान की है. ऑडोमीटर दिवस इस तथ्य से लोगों को परिचित कराने के लिए ही बनाया गया है. इस दिवस पर उन्हें अपने कार के ओडोमीटर की जांच के साथ-साथ अपने कारों का भी बेहतर तरीके से देखभाल करना चाहिये.
Odometer Day कैसे मनाएं
ओडोमीटर दिवस पर आप अपनी कार में एक मनपसंद ड्राइव ले और देखें की आपने कितने किलोमीटर पर ड्राइव समाप्त की है. अपने रास्ते को ट्रैक करने की आदत डालें और प्रत्येक ड्राइव के बाद अपना ओडोमीटर निश्चित तौर पर रिसेट करें. अपने माइलेज पर नजर रखें. इससे आप अपने कार के साथ साथ ओडोमीटर की बेहतर तरीके से देखभाल कर पाएंगे और साथ में आप इंधन का कितने कुशलता से प्रयोग कर रहे हैं इसे भी आप ट्रैक कर पाएंगे.
इस दिन अपने दोस्तों और परिवार के साथ आप अपनी यात्रा की और ओडोमीटर के साथ खींची हुई तस्वीरें भी साझा कर सकते हैं. ओडोमीटर बहुत उपयोगी है, चाहे आप किसी स्थानीय किराना दुकान पर या फिर किसी लंबी यात्रा पर ही क्यों ना जा रहे हो. आपके द्वारा की गई यात्रा और उसकी दूरी पर ध्यान बनाए रखने और उसे अच्छे प्रदर्शन में सुनिश्चित करने के लिए भी ओडोमीटर से बहुत मदद मिलती है.
हमारा यह ‘ओडोमीटर दिवस’ पर आधारित लेख पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद! हम आपके लिए रोज ऐसेही अच्छे लेख लेकर आते है. अगर आपको यह लेख पसंद आता है तो फेसबुक और व्हाट्सएप पर अपने दोस्तों को इसे फॉरवर्ड करना ना भूले. साथ ही हमारी वेबसाइट को रोजाना भेंट दे.
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