…जब कड़ी मेहनत, प्रतिभा को मात देती है (Hard work beats Talent)

कैसे कड़ी मेहनत एक प्रतिभा को मात देकर बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकती है? इस सवाल का जवाब हम इस लेख में विस्तृत स्वरुप से पढ़ेंगे..

जो भी लोग बड़ी उपलब्धि हासिल कर लेते है, उन्हें देखकर हमें ऐसा लग सकता है कि उनकी उपलब्धि में उनका भाग्य यानि की लक शामिल था, अगर आपकी सोच ऐसी है तो, बड़ी उपलब्धि हासिल करना आपके लिए काफी मुश्किल होगा.

आप ऐसे मान्यताओं के साथ कभी सफल नहीं होंगे यदि आपको लगता है कि भाग्य / लक आपकी सफलता में शामिल है. ऐसा इसलिए कहना सही होगा क्यों की 96% करोड़पति स्व-निर्मित हैं, इसका मतलब है कि सभी करोड़पतियों में से 96% ने अपने पैसे खुद अपनी मेहनत से बनाए है.

बड़ी उपलब्धि हासिल करने वालो का बलिदान, उनका काम, उनकी दृढ़ता, उनकी क्रियाशीलता यह सब उनको अपने माता पिता से नहीं मिलता. उनको कोई लाटरी भी नहीं लगती और वो जन्म से अमीर भी नहीं होते है.

अपने परिवार के मर्यादा को स्वीकार न करके आपको अपने खुदका जीवन का एक नया मानक या मापदंड बनाना होता है. आपको समझना होगा की आपके भाग्य का आपकी सफलता और उपलब्धि से कोई लेना-देना नहीं होता.

केवल प्रतिभा मतलब, एक बंद शोरूम में रखी हुयी रेसिंग कार

Sagar’s quotes


“Mere talent, without action, is like the unsold racing car at a showroom.” —Sagar Wazarkar

आपकी प्रतिभा का आपकी सफलता से कोई लेना-देना नहीं है. जैसा कि स्टीफन किंग ने कहा: “टैलेंट, नमक की तुलना में सस्ता होता है. एक प्रतिभाशाली व्यक्ति को एक सफल व्यक्ति से एक ही चीज अलग करती है और वो है उसकी कड़ी मेहनत”

आनुवंशिक गुणों का भी इससे कोई लेना-देना नहीं होता है, यह सब आपकी मानसिकता और उस सोच पर अमल करने पर निर्भर करता है. आपका भरोसा और यकींन दोनों तभी संभव होते है, जब आप उनको निरंतरता के साथ पूरा करने की तैयारी में जुट जाते हो.

आपने क्या करने की तैयारी की है!!! क्या आप अपने सपने को पूरा करने के लिए तैयार हैं? क्या आप अपने सपने के लिए कुछ बलिदान दे रहे है???

जबतक आपको लगता है की यह काम आपसे नहीं हो पायेगा, तो आप उसे करने का प्रयास भी नहीं करते है, और फिर आप दावा करने लगते है की वह चीज आपके लिए असंभव है!

और फिर जब आप विश्वास की कमी और प्रयास की कमी के कारण असफल हो जाते हैं आपका सीमित विश्वास उस तथ्य को मान लेगा की आप विफल हो चुके हैं. यदि आप कार्य करने के लिए तैयार नहीं हैं… यदि आप इसे असफलता के माध्यम से बाहर निकालने के लिए तैयार नहीं हैं, तो आप कभी भी महान ऊंचाइयों तक नहीं पहुंचेंगे.

क्या आप विश्वास करते हो? आपने क्या करने की तैयारी की है?

किसी बात का अमल करना और नई आदतों के गठन के माध्यम से ये दोनों फैक्टर्स, आप समय के साथ मजबूत कर सकते हैं.
यदि आप लगातार अमल करते रहते है, तो आपको बेहतर परिणाम दिखने लगते है, और जब आप बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे, तो आप अपने विश्वास को मजबूत करेंगे जो आपके लिए संभव है.

यदि आप समय के साथ इस वृद्धि को जारी रख सकते हैं, और इन नई आदतों और अपनी क्षमताओ को अपने स्वयं के प्रयोग से विकास प्राप्त कर सकते हैं, तो इससे आपको अधिक विश्वास मिलेगा और वास्तव में अधिक परिणाम प्राप्त होंगे.

वास्तव में कोई सीमा नहीं होती है कि आप कितना कुछ कर सकते हैं और आप कितना हासिल कर सकते है. केवल वही सीमाएं मौजूद होती हैं जो आपके अपने दिमाग में आप बिठा लेते हो.

हमने बहोतसे ऐसे लोगो को देखा होगा की वो बेहद स्मार्ट होते है, लेकिन कम आमदनी पर उन्हें काम करना पड़ता है, हम सभी ऐसे लोगों को जानते हैं, जिन्होंने पाठशाला में अच्छे ग्रेड प्राप्त करने या सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में भाग लेने के बावजूद वे अपनी क्षमता को पूरी तरह से न्याय नहीं दिला सके. और हम सभी ऐसे कई लोगों के बारे में जानते हैं जो स्कूल में असफल रहे, लेकिन उन्होंने सफलता, उपलब्धि, धन और खुशी के अद्भुत जीवन का निर्माण किया.

फिर ऐसे लोगों की सफलता का रहस्य क्या होता है? क्या यह सिर्फ उनकी प्रतिभा होती है जो उन्हें सफल बनाती है? यह किसी चीज के लिए भूक ही है! जो लोगों को जीत का रास्ता खोजने के लिए तैयार करती हैं, चाहे कुछ भी हो जाये… कुछ जानने के लिए एक रास्ता खोजना जरुरी होता है. सबसे अच्छे रास्ते का पता लगाएं और ऐसा ठान ले की यह रास्ता कभी नहीं छोड़ेंगे जब तक हम अपने मक़ाम तक नहीं पोहचते.

जैसा की हमने समझा, केवल एक प्रतिभा ही इंसान को आगे नहीं बढाती, उसके लिए निरंतर कार्य करना पड़ता है. निरंतरता ही किसी सफल व्यक्ति के डीएनए में होती है. क्या आप सफलता के भूक से मरे जा रहे है? क्या ऐसा सचमे है?

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© सागर वझरकर
एस सॉफ्ट ग्रुप इंडिया

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