देवियों और सज्जनों, इन दिनों हम खुदके लिए करियर और ऑफिस से महत्वपूर्ण दूसरी कोई बात सोच नहीं सकते. इसी करियर के लिए हम अपनी जिंदगी में दूसरी किसी बात पर ज्यादा तवज्जो देते हुए नजर नहीं आते. हर रोज उसी डेली रूटीन की वजह से हम अपने डाएट और खानपान पर भी ज्यादा ध्यान नहीं देते. लेकिन यह बात हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकती है. आज हम इसी बात पर चर्चा कर रहे हैं.यह पढ़ते हुए आपके मन में सवाल आ सकता है़ कि आखिर यह डेस्कफास्ट डे क्या है. ‘डेस्कफास्ट’ यह शब्द दो अलग अलग शब्दों से बना हुआ है- ‘डेस्क’ और ‘ब्रेकफास्ट’.
इस शब्द का अर्थ है आप के कार्यालय में आने के बाद डेस्क पर लिया जाने वाला दिन का आपका पहला भोजन!वैसे तो आप अगर घर पर नाश्ता करते हैं तो यही आपके स्वास्थ्य के लिए लिए पोषण से भरपूर बात होती है. लेकिन आज भी बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो घर पर नाश्ता करने का विचार भी नहीं करते.
इसी बात पर विशेषज्ञों ने डेस्कफास्ट डे का चयन किया. जो लोग घर पर बनने वाला स्वस्थ अनाज ना खाते हुए सैंडविच, पास्ता, चीज, पिज़्ज़ा जैसे फास्ट फूड खाकर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते, उन्हें डेस्कफास्ट डे का बहुत फायदा हो सकता है. तो क्यों न इस साल से डेस्कफास्ट डे मना कर हम अपने स्वास्थ्य की तरफ एक सकारात्मक कदम रखें और इस लोकप्रिय ट्रेंड में हिस्सा लें.
डेस्कफास्ट डे का इतिहास
हर रोज कई कर्मचारी कंप्यूटर के सामने बैठकर अपना काम पूरा करने में व्यस्त रहते हैं. जब यूरोपीय अर्थव्यवस्था में वर्ष 2008 में मंदी आ गई, तो बहुत से लोग अपनी नौकरी जाने के भय से डरने लगे. उन्होंने पाया कि उन्हें अपने काम पर अधिक समय बिताने की जरूरत है. क्योंकि वे अपने नौकरी को खोना नहीं चाहते थे और इसी वजह से उन्होंने अपने निर्धारित समय से ज्यादा घंटे काम करना शुरू कर दिया.
इन दिनों वे जल्दी काम पर आ जाते थे और शाम में देर से घर जाते थे. इस बीच उन्हें नाश्ते के लिए समय निकालना बहुत मुश्किल हो जाता था. इसी वजह से डेस्कफास्ट डे का जन्म हुआ. शुरुआत में तो इस बात पर आहार विशेषज्ञ, पोषण विशेषज्ञों ने और यहां तक कि बहुत सारे चिकित्सकों ने इस डेस्कफास्ट डे की व्यापक रूप से आलोचना की. उन्होंने दावा किया था कि सुबह काम शुरू करने से पहले किया गया नाश्ता किसी भी तरह आपके शरीर के लिए सेहतमंद नहीं हो सकता. उन लोगों की मान्यता थी की सुबह जल्दी नाश्ता करना मतलब शरीर पर अधिक तनाव और अधिक दबाव डालना होता है.
लेकिन जल्द ही यह बात स्पष्ट हो गई कि सुबह कुछ ना खाने वाले लोगों की तुलना में डेस्कफास्ट या फिर नाश्ता करने वाले कर्मचारियों की सेहत अधिक अच्छी रहती थी. लेकिन सबसे ज्यादा अच्छा तरीका तो अपने घर पर नाश्ता करना ही था, क्योंकि अक्सर इन कर्मचारियों के डेस्कपर या कीबोर्ड पर इस डेस्कफास्ट के नाश्ते की वजह से हमेशा दूध, सिरप या तेल के दाग लग ही जाते थे.
साथ ही इस बैठे-बैठे लिए जाने वाले डेस्कफास्ट नाश्ते की वजह से पारंपरिक नाश्ते की तुलना में वसा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता था. उदाहरण के तौर पर फलों की स्मूदी का नाश्ता एक लोकप्रिय डेस्कफास्ट हो सकता है. इसमें केले और कुछ स्ट्रॉबेरी का मिश्रण होता है. डेस्क पर बैठे-बैठे इससे बेहतर डेस्कफास्ट और क्या हो सकता है.
वर्तमान समय में भी कुछ पोषण विशेषज्ञ डेस्कफास्ट की बहुत ज्यादा प्रशंषा नहीं करते. लेकिन अब वे लगभग उतना विरोध भी नहीं करते, जितना कि वे शुरुआत में करते थे.
डेस्कफास्ट डे कैसे मनाएं
यदि आप किसी कार्यालय में बैठे-बैठे नौकरी करते हैं तो यह डेस्कफास्ट डे आपके लिए ही है. ऑफिस के कंप्यूटर डेस्क पर बैठकर डेस्कफास्ट का आनंद लेने से अच्छा तरीका नहीं हो सकता. आप घर से नाश्ता कर के आएं या ऑफिस में आकर डेस्क पर ले, चाहें तो आप अपने कर्मचारी साथियों को भी इस डेस्कफास्ट में शामिल कर सकते हैं. इसकी मदद से आप किसी सुखद पिकनिक शैली के भोजन के रूप में ही लेकिन अनिवार्य रूप से आपके दिन की शुरुआत कर सकते हैं.
अगर आपको अपने सहकर्मियों के साथ गर्म कॉफी, मलाईदार दही या फिर कुछ ताजे सैंडविच ऐसा नाश्ता पसंद है, तो आप इसे भी अपने डेस्कफास्ट में शामिल कर सकते हैं. इस वजह से आपको और आपके सहकर्मियों को कई स्तरों पर निश्चित रूप से फायदा हो सकता है.
आशा है कि यह सारी बातें ध्यान में रखते हुए आप थोड़ी सी सोशलाइजिंग की मदद से आपके सहकर्मियों के करीब आएंगे और भविष्य में आपके बीच बेहतर सहयोग की संभावनाएं बढ़ जाएंगी.
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