दो लौंग खाइये और ऊपर से पानी पिएं, ये बीमारियां हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगी..

लौंग सुगंधित मसालों की सुगंध में से एक है. जिसका उपयोग खाने में स्वाद जोड़ने के लिए किया जाता है. लौंग दो प्रकार की होती है, जिसमें एक काला लौंग भी शामिल है, जो लगभग सभी को अच्छी तरह से पता है. लौंग में हरी पंखुड़ियाँ भी होती हैं जो तेल के रूप में उपयोग की जाती हैं. आयुर्वेदिक दवाएं और नुस्खे एंटीफंगल जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक और एनाल्जेसिक लौंग काम करते हैं.

क्लोव फैटी एसिड, फाइबर, विटामिन, ओमेगा -3 एस और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है, साथ ही साथ आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा देता है.

लौंग का भारतीय व्यंजनों के साथ-साथ आयुर्वेदिक व्यंजनों में भी विशेष स्थान है. घाव भरने के लिए लौंग बहुत उपयोगी है, घाव भरने के लिए जैतून के तेल में थोड़ा सा क्लोव का तेल मिलाएं और इसे घाव पर लगाएं, इससे घाव जल्दी ठीक होगा.

दांत दर्द होने पर 5 ग्राम नींबू के रस में 3 लौंग पीस लें. अपने दांत दर्द के केंद्र को लागू करें. इस प्रक्रिया को करने से निश्चित रूप से आपको आराम मिलेगा और यह दांतों के सभी संक्रमणों को दूर करेगा.

सोने से पहले 2 क्लोव मुंह में रखें, फिर थोड़ी देर चबाने के बाद उन्हें फेंक दें और ऊपर से 2 गिलास पानी पी लें. इससे आपके पेट का कोई भी दर्द ठीक हो जाएगा. साथ ही पेट की कई समस्याएं दूर होती हैं और पाचन शक्ति बढ़ती है.

बहुत से लोगों को सुबह अपने हाथ या पैर हिलाने में परेशानी होती है या गठिया भी महसूस होता है. बिस्तर पर जाने से पहले हर रात एक या दो क्लोव खाएं. अगर आपको लगातार सिरदर्द रहता है, तो 2 बारीक क्लोव काटकर गर्म पानी में मिलाएं.