Table of Contents
ballet day : आज 7 फरवरी के दिन हम सब ballet day | बैले दिवस मनाएंगे. आपने बैले इस नृत्य आविष्कार के बारे में तो जरूर जाना ही होगा. यह नृत्य रूप संगीत आउटफिट एवं अपनी खुद की पूरी लगन और प्रदर्शन के लिए माना जाता है.
हालांकि यह सभी लोगों की उपस्थिति में किया जाने वाला बहुत ही सुंदर और एक नए तरह का अनुभव देने वाला नृत्य का आविष्कार होता है. इसमें नृत्य करने वाली लोगों की दिल में और उनकी डांस में कई तरह की जादू शक्ति होती है ऐसा लगने लगता है. क्योंकि वे हवा पर फूल की पंखुड़ियों के जैसे घूमते हुए यह डांस करती है.
अगर आपने आज तक बैली डांस किस तरह किया जाता है या नहीं देखा है तो आज के इस बैले दिवस पर आप इसे जरूर देखने के लिए जाएं. जैसा कि हम आपको बताना चाहते हैं कि दुनिया में यह दिवस कई देशों में मनाया जाता है. क्योंकि यह बैले डांसर को अपने अंदर की प्रतिभा एवं कलात्मकता सभी लोगों को दिखाने का एक बहुत बड़ा मौका प्रदान करता है.
आप इन लोगों को अगर औपचारिक चरणों में इशारा करते हुए नाचते हुए देखेंगे तो आप उनके शरीर की रचना देखते ही बनेगी. यूं तो यह नर्तक आम तौर पर कई सारे विचारों में भावनाओं को व्यक्त करते हुए डांस करते हुए अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं. आपको भी इस दिवस पर कम से कम अपने पसंदीदा बैली डांसर का डांस देखने के लिए अपने पास ही के थिएटर या फिर फिल्म को देखने के लिए जरूर जाना चाहिए.
ballet day ka itihas
ballet day | बैले दिवस और आपको इसकी इतिहास के बारे में जानना चाहिए. हम आपको बैले का इतिहास बताना चाहते हैं जो इटली में 1500 के आसपास शुरू हुआ था.
सबसे पहली बार जब यह बैली डांस किया गया था तब उन नर्तकी लड़कियों ने बड़े हेड ड्रेस एवं मास्क और साथ ही पैंटालून जैसी वेशभूषा कर रही थी. और ऐसे ही पोशाख के कारण उन्हें नृत्य करना और भी ज्यादा कठिन लगा दिया था.
लेकिन इन सन बातों के बावजूद भी बैली डांस में फ्रांस में अपना अस्तित्व जमा कर दिया था. और इसी वजह से यह महाराजा हो और रानियों के दरबार में ही सबसे ज्यादा पेश किया जाता था. और साथ ही 14 वे राजा लुई ने भी इस नृत्य को बहुत ज्यादा लोकप्रियता दी थी. इस तरह की नृत्य अविष्कार को हर साल आयोजित किया जाता है ताकि लोग इसका भरपूर आनंद ले सकें.
हम आपको बताना चाहते हैं कि इतिहास ने उसे आज के रूप में नहीं विकसित किया गया था. उस वक्त कोई बेले की शूज या फिर चप्पल और कोई वित्तीय काम करने वाले ट्यूटर भी नहीं थे. उस समय की महिलाएं ₹1 इश्क आर्मी अपने पोशाक को भी औपचारिक रूप से शामिल करती थी.
हम आज किस प्रकार बैली डांस को जानते हैं उसे उस वक्त एक अच्छी और सच्ची कला के रूप में आकार दिया जा रहा था. और इसी वजह से हमें इस दिवस की पार्श्वभूमि को ध्यान में रखते हुए यह दिवस जरूर मनाना चाहिए.
ballet day kaise manaye
ballet day | बैले दिवस पर हम आपको इसे कैसे मनाना है यह बताएंगे. इस दिवस को सबसे अच्छा और बढ़िया तरीके से मनाने का सरल उपाय यही है. आप के आस पास पड़ोस में जहां भी यह वार्षिक बेली डांस का कार्यक्रम बड़े जश्न से मनाया जा रहा है.
वहां पर आपको एक बार जरूर जाना चाहिए और इस डांस की सुंदरता को जरूर निहारना चाहिए. आज की पहले दिवस पर समूचे विश्व में बहुत सारी कार्यक्रम आयोजित करते हैं जिम में एक कला की सुंदरता को व्यक्त किया जाता है. आपको इसकी अभिव्यक्ति के लिए और उसे बाहर निकल कर देखने के लिए सक्षम जरूर होना चाहिए.
अगर आप इसे इसके साथ जुड़ने में सक्षम नहीं है तो आपको अपनी संस्कृति के बारे में पता नहीं लग सकेगा. यूट्यूब कई सारी वाली कंपनियां भी होती है जो इस दिवस को मनाने में सबसे ज्यादा मदद करती है. और आजकल तो आपके लिए कई सारी डांस की दुनिया आपके मोबाइल में भी उपयोगकर्ता तक पहुंच जाती है. और साथ ही अगर आपको इस दिवस पर सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ मनाना हो तो आप #balletday को टैग करते हुए इसे जरूर बना सकते हैं.
Be First to Comment