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वक्ता की चतुराई (Smartness of speaker) Hindi Story

दोस्तों, बचपन में हमे कहानियाँ सुनने का बड़ा शौक था, है ना? लेकिन कुछ कहानियाँ आज भी हमे उतना ही उत्साहित करती है, जितना हम बचपन में महसूस करते थे. आज ऐसीही वक्ता की चतुराई कहानी हम आपको बताएँगे. तो चलिए बिना समय गवाएं कहानी शुरू करते है.

एक गांव में एक विद्वान वक्ता अत्यंत महत्वपूर्ण विषयपर बड़ी आत्मीयता के साथ भाषण दे रहे थे. लेकिन श्रोताओं का उनकी ओर कम ही ध्यान था, वे अपना ध्यान इधर उधर भटका रहे थे. उनमेसे कुछ लोग सड़क पर खेल रहे छोटे बच्चों को देख रहे थे, तो कुछ अपने ही ताल में व्यस्त थे. तब वक्ता ने उनका ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए एक चाल चली. उसने श्रोताओं को आकर्षित करने के लिए अपने व्याख्यान में एक कहानी बताना शुरू किया.

जैसे ही कहानी शुरू हुई, सभी श्रोता एकदम सतर्क होकर ऐसे कहानी सुनने लगे, जैसे कोई जादू की छड़ी घुमाई हो. वक्ता ने कहा, “एक दिन एक भगवान, एक पानी में रहनेवाला साँप और एक चिड़ियाँ यात्रा पर निकले. उनके रास्ते में एक नदी थी. चिड़ियाँ उड़कर दूसरे किनारे पर पहुंच गई. पानी में रहनेवाला साँप तैरते हुए अगले छोर पर पहुँच गया.

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इतना कहकर वक्ता ने अपना आधा-अधूरा रहा भाषण शुरू कर दिया. श्रोता अब चिल्लाते हुए बोले, “अरे वक्ता महाशय, भगवान का क्या हुआ, वह कैसे नदी पार कर पाया. उन तीनों के साथ आगे क्या हुआ?”

वक्ता ने शांतिपूर्वक उत्तर दिया, “वह तो भगवान ही थे; उनमें उस नदी को पार करने की क्षमता होना स्वाभाविक है. हो सकता है कि उसने पानी के ऊपर चलते हुए नदी को पार कर लिया हो या पानी को हटाकर अगले छोर पर जानेकी ताकत उसमे थी, लेकिन वह उसी किनारे पर रुक गया.”

श्रोताओं ने बड़ी उत्सुकता से पूछा कि भगवान ने ऐसा क्यों किया? तो वक्ता ने कहा, “भगवान नदी किनारे बैठे हुए उन मूर्खों के बारे में सोच रहे हैं, जो महत्वपूर्ण भाषण को तन्मयता से न सुनकर मनोरंजक बातें सुनने में दिलचस्पी रखते है. यदि आप इस महत्वपूर्ण विषय पर मेरे विचार सुनते हैं और अपने राज्य को बचाने के लिए कुछ उपाय करते हैं, तो भगवान नदी के उस पार जरूर चले जाएंगे.”उस वक्ता की चतुराई काम आ गई और श्रोताओं ने उसके आगे के भाषण को शांति से सुना.

तात्‍पर्य :- कभी-कभी आपकी अच्छी और देशहित की योजनाओं को लोगों को समझाने के लिए किसी रणनीति या चाल का उपयोग करना ही पड़ता है.

? अनुवादक
संतोष साळवे
एस सॉफ्ट ग्रुप इंडिया